धर्मांतरण के आरोपों पर रायगढ़ में हंगामा, भीड़ ने पास्टर को बाहर निकालने की मांग की/
रायगढ़ में धर्मांतरण का मामला एक बार फिर गर्माया, हिंदू संगठन का विरोध प्रदर्शन/
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के गांधीनगर इलाके में धर्मांतरण के मुद्दे पर फिर से विवाद खड़ा हो गया है। रविवार को काशीराम चौक के पास स्थित एक घर में धर्म परिवर्तन कराए जाने की सूचना पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाते हुए पास्टर के खिलाफ आक्रोश जताया।
प्रार्थना सभा बनी विवाद की वजह, मोहल्लेवासियों की पास्टर को बाहर निकालने की मांग
गांधीनगर में स्थित पादरी साउल नागा के घर में चल रही प्रार्थना सभा के दौरान हंगामा बढ़ गया। नारेबाजी और विरोध के बीच आसपास के निवासी भी वहां एकत्रित हो गए और पास्टर को घर से बाहर निकालने की मांग करने लगे। यह घटना रायगढ़ में पिछले डेढ़ महीने में धर्मांतरण से जुड़ा चौथा मामला है।
प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद थाने ले जाया गया पास्टर
मामले की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने के लिए पुलिस बल बुलाया गया। अधिकारियों ने घर के अंदर पहुंचकर पादरी से पूछताछ की। काफी हंगामे के बाद, पास्टर को पुलिस द्वारा थाने ले जाया गया, जिससे स्थिति शांत हुई।
भाजपा सरकार में बढ़ रहे हैं धर्मांतरण के मामले – कांग्रेस
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, तब से राज्य में धर्मांतरण के मामलों में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में ऐसी घटनाएं नहीं हुईं, लेकिन भाजपा के 15 वर्षों के शासन में धर्मांतरण का सिलसिला बढ़ा।
कांग्रेस ने ऐसे लोगों को संरक्षण दिया – भाजपा
वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल का कहना है कि लंबे समय तक कांग्रेस के शासन में ऐसे लोगों को फलने-फूलने का अवसर मिला। अब भाजपा सरकार में धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और हर संभव सख्त कार्रवाई की जाएगी।