बिलासपुर: कुसुम स्टील प्लांट में बड़ा हादसा, तीन मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी/
बिलासपुर। कुसुम स्टील प्लांट में हुए हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चला। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
हादसे के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों का रेस्क्यू कार्य
मुंगेली जिले के सरगांव थाना क्षेत्र स्थित कुसुम स्टील प्लांट में भारी साइलो (सामान भंडारण कंटेनर) गिरने से यह हादसा हुआ। साइलो में भरी गर्म राखड़ मजदूरों पर गिर गई, जिससे कई मजदूर घायल हो गए। मृतक मजदूर की पहचान मनोज कुमार धृतलहरें के रूप में हुई है, जो गंभीर रूप से झुलसने के बाद इलाज के दौरान अस्पताल में मृत हो गए।
परिजनों की मांग: रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने तक अंतिम संस्कार नहीं
परिजनों का कहना है कि जब तक रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं होता और मलबे में दबे मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। रामबोड प्लांट हादसे में रेस्क्यू कार्य के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा, वहीं अधिकारियों ने अटेंडेंस रजिस्टर के अनुसार कर्मचारियों की तलाश भी जारी रखी।
मलबे में दबे तीन मजदूरों की खोज जारी
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें शामिल हैं। भिलाई से भारी क्रेन मंगाई गई है, ताकि साइलो को उठाकर दबे हुए मजदूरों को बाहर निकाला जा सके। अधिकारियों द्वारा लगातार स्थिति का जायजा लिया जा रहा है।
अधिकारियों की निगरानी और लोगों की भीड़
बिलासपुर संभाग आयुक्त महादेव कावरे और आईजी संजीव शुक्ला भी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू कार्य की निगरानी कर रहे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रबंधन और सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
कुल मिलाकर, इस हादसे ने कुसुम स्टील प्लांट के प्रबंधन और मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।