बिलासपुर: अंधविश्वास के कारण महिला को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना, पुलिस कार्रवाई पर सवाल
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में एक महिला को टोनही होने के आरोप में मोहल्ले के कुछ युवकों और एक महिला द्वारा बेरहमी से मारपीट का सामना करना पड़ा। घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले की है, जहां पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण आरोपी अब खुलेआम धमकी दे रहे हैं।
पीड़िता, जूना बिलासपुर डोंगाघाट निवासी दुवसिया केंवट, ने बताया कि 6 जनवरी को मोहल्ले के छोटू गंधर्व, सूरज गंधर्व, सागर केंवट और उमा केंवट ने उन्हें और उनके परिवार को टोनही करार देकर घर में घुसकर शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। इसके अलावा, आरोपियों ने घर में तोड़फोड़ भी की और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने उसी दिन कोतवाली में मामला दर्ज कराया, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
अब आरोपियों द्वारा पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी जा रही है और परिवार को मोहल्ला छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। पीड़िता भयभीत है और परिवार के साथ किसी अन्य स्थान पर शरण लेने को मजबूर है। घटना से व्यथित होकर पीड़िता ने एसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला एक बार फिर समाज में व्याप्त अंधविश्वास और पुलिस की लापरवाही पर सवाल खड़ा करता है, जिसके कारण निर्दोष लोग शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं।