जांजगीर- चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर- चांपा शहर में यातायात विभाग के चार इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और 30 से अधिक आरक्षक तैनात होने के बावजूद यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है। बीते कुछ महीनों में 20 से अधिक लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन प्रशासन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है।
भोजपुर मार्ग बना हादसों का हॉटस्पॉट
स्थानीय निवासियों के अनुसार, भोजपुर मार्ग पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अब तक न तो स्पीड ब्रेकर बनाए गए, न ही भारी वाहनों के लिए अलग लेन निर्धारित की गई है। सुरक्षा के लिए जरूरी सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाए गए हैं, जिससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कोई नजर नहीं रखी जा रही।

यातायात पुलिस की प्राथमिकता चालान वसूली, बड़े वाहनों पर नियंत्रण नहीं
ट्रैफिक पुलिस केवल तीन और चार सवारी वालों से चालान वसूली में व्यस्त रहती है, जबकि भारी वाहनों की अनियंत्रित रफ्तार पर कोई रोक नहीं लगाई जा रही। इसका नतीजा यह है कि सड़क पर रोजाना दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं और निर्दोष लोगों की जान जा रही है।
स्थानीय लोगों की मांग – सुरक्षा के ठोस उपाय किए जाएं
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि भोजपुर मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, भारी वाहनों की स्पीड लिमिट तय की जाए, नियमित ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो और सड़क पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो प्रशासन की यह लापरवाही और भी कई निर्दोष लोगों की जान ले सकती है।