कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जिसने हर किसी को भीतर तक झकझोर दिया है। एक अज्ञात युवक ने तेज़ रफ्तार से दौड़ती मालगाड़ी के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
लोको पायलट ने युवक को देख तुरंत हॉर्न बजाना शुरू कर दिया, बार-बार चेतावनी दी, मगर युवक ने एक बार भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। कुछ ही पलों में एक ज़िंदगी हमेशा के लिए खत्म हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और उरगा पुलिस पहुंची। शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन युवक की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि आखिर वह कौन था, जिसने ज़िंदगी से इस तरह हार मान ली।
बताया जा रहा है कि मृतक की उम्र लगभग 24 से 26 वर्ष के बीच है। उसने जींस और शर्ट पहन रखी थी। युवक की पहचान के लिए गांव के कोटवारों की मदद से मुनादी कराई जा रही है। साथ ही, विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में उसकी तस्वीर साझा कर लोगों से जानकारी मांगी जा रही है। फिलहाल, इस घटना को लेकर एक प्रशासनिक विडंबना भी सामने आई, क्योंकि घटना स्थल जांजगीर-चांपा जिले की सीमा से जुड़े क्षेत्र में है। ऐसे में आगे की कार्रवाई के लिए चांपा जीआरपी का इंतजार करना पड़ा। इस दौरान मृतक का शव रेलवे ट्रैक पर ही पड़ा रहा, जो गंभीर लापरवाही का संकेत है।
सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन के पास हुई इस दुखद घटना के बाद कार्रवाई में बड़ी विडंबना देखने को मिली। हादसे के बाद युवक का शव लंबे समय तक रेलवे ट्रैक पर पड़ा रहा, क्योंकि संबंधित कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस को चांपा रेलवे जीआरपी—जो कि पड़ोसी जिला जांजगीर-चांपा में स्थित है—का इंतजार करना पड़ा। यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी ऐसी घटनाओं में समय पर कार्रवाई न होने के कारण शव घंटों ट्रैक पर पड़ा रहा है।