Saturday, November 23, 2024
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खदान संचालकों एवं ट्रांसपोर्टरों की कार्यशाला संपन्न…

बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर आज मंथन सभाकक्ष में पर्यावरण स्वीकृति का री अप्रेसल, खान सुरक्षा के प्रावधानों एवं पर्यावरण की शर्तों का पालन तथा खनिज के परिवहन के सम्बन्ध में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुआ।

आज कार्यशाला में आर पी वासुदेव, वैज्ञानिक, पर्यावरण संरक्षण मण्डल बिलासपुर के द्वारा वासरी मे कोयला लोडिंग या अनलोडिंग के समय, कोयला की धुलाई के समय पानी छिड़काव की व्यवस्था आवश्यक रूप से करने की बात कहते हुए यह बताया की जिन कोयला अनुज्ञप्ति धारियों का काम बड़ा है या जो वाशरी संचालक है उन्हें वाहन प्रवेश मार्ग मे ही एक गढ्ढा नुमा संरचना बना कर उसमे पानी भर कर रखना चाहिए जिससे की कोयला परिवहन कर रहे वाहनों के टायर मे चिपका कोयला पानी से रुक जाय, परिवहन करने के पहले कोयला को पूरी तरह से ढक कर परिवहन करवाने, ग्रीन ने से ढक कर परिवहन नहीं किया जाना चाहिए अपितु तिरपाल ढक कर ही परिवहन किया जाना आवश्यक हैस भण्डारण क्षेत्र मे पानी छिड़काव की व्यवस्था करने, प्लांटेशन आवश्यक रूप से करने की बात कही गई।

परिवहन विभाग के अधिकारियों के द्वारा भी यह बताया गया की खनिज ओवरलोड करके परिवहन करने से खनिज परिवहन के दौरान गिरता है और तिरपाल नहीं ढकने से डस्ट उड़ता भी है इस लिए ओवर लोड ना करें स उन्होंने यह भी बताया की ज्यादातर खनिज परिवहन करने वाले वाहन काफी पुराने होते है उनका फिटनेस सर्टिफिकेट भी नहीं लिया जाता, वो ज्यादा धुँवा छोड़ते है इस लिए खनिज परिवहन मे लगे सभी वाहनों का फिटनेस सर्टिफिकेट अवश्य प्राप्त करें स वाहनों मे टेल लाइट और रिफ्लेक्टर अवश्य लगावें तथा उन्हें साफ रखें जिससे दुर्घटना ना हों स

उप संचालक खनिज दिनेश मिश्रा ने सभी कोयला भण्डारण अनुज्ञप्तिधारियों को अपने अनुज्ञप्ति क्षेत्र के बाहर अनुज्ञप्तिधारी का नाम, स्वीकृत अनुज्ञप्ति की अवधि, अनुज्ञप्ति क्षेत्र का रकबा, खनिज की मात्रा सम्बन्धी बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने कहा जिससे उनकी वैधता की जानकारी सभी को हो सके स उपसंचालक खनिज के द्वारा भंडारण क्षेत्र की बॉउंड्री ऊँची रखने, तौल कांटा तथा कंप्यूटर सिस्टम रखने की अनिवार्यता पर जोर दिया तथा आग से सुरक्षा का उपाय, मेडिकल किट रखना अनिवार्यता है यह भी बताया। कार्यशाला के दूसरे दिन दिनेश मिश्रा, उपसंचालक खनिज, आर पी वासुदेव, वैज्ञानिक क्षेत्रीय पर्यावरण मण्डल बिलासपुर, परिवहन विभाग, खनिज विभाग के अधिकारीयों तथा जिला के विभिन्न कोयला भंडारण अनुज्ञप्तिधारी उपस्थित थे।

इस कार्यशाला उपस्थित सभी खनिज पत्तेधारियों तथा कोयला भंडारण अनुज्ञप्तिधारियों के द्वारा कलेक्टर बिलासपुर के जागरूकता हेतु कराये गए इस प्रयास की बहुत सराहना करते हुये उन्हें धन्यवाद दिया गया।

 

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बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर आज मंथन सभाकक्ष में पर्यावरण स्वीकृति का री अप्रेसल, खान सुरक्षा के प्रावधानों एवं पर्यावरण की शर्तों का पालन तथा खनिज के परिवहन के सम्बन्ध में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुआ। आज कार्यशाला में आर पी वासुदेव, वैज्ञानिक, पर्यावरण संरक्षण मण्डल बिलासपुर के द्वारा वासरी मे कोयला लोडिंग या अनलोडिंग के समय, कोयला की धुलाई के समय पानी छिड़काव की व्यवस्था आवश्यक रूप से करने की बात कहते हुए यह बताया की जिन कोयला अनुज्ञप्ति धारियों का काम बड़ा है या जो वाशरी संचालक है उन्हें वाहन प्रवेश मार्ग मे ही एक गढ्ढा नुमा संरचना बना कर उसमे पानी भर कर रखना चाहिए जिससे की कोयला परिवहन कर रहे वाहनों के टायर मे चिपका कोयला पानी से रुक जाय, परिवहन करने के पहले कोयला को पूरी तरह से ढक कर परिवहन करवाने, ग्रीन ने से ढक कर परिवहन नहीं किया जाना चाहिए अपितु तिरपाल ढक कर ही परिवहन किया जाना आवश्यक हैस भण्डारण क्षेत्र मे पानी छिड़काव की व्यवस्था करने, प्लांटेशन आवश्यक रूप से करने की बात कही गई। परिवहन विभाग के अधिकारियों के द्वारा भी यह बताया गया की खनिज ओवरलोड करके परिवहन करने से खनिज परिवहन के दौरान गिरता है और तिरपाल नहीं ढकने से डस्ट उड़ता भी है इस लिए ओवर लोड ना करें स उन्होंने यह भी बताया की ज्यादातर खनिज परिवहन करने वाले वाहन काफी पुराने होते है उनका फिटनेस सर्टिफिकेट भी नहीं लिया जाता, वो ज्यादा धुँवा छोड़ते है इस लिए खनिज परिवहन मे लगे सभी वाहनों का फिटनेस सर्टिफिकेट अवश्य प्राप्त करें स वाहनों मे टेल लाइट और रिफ्लेक्टर अवश्य लगावें तथा उन्हें साफ रखें जिससे दुर्घटना ना हों स उप संचालक खनिज दिनेश मिश्रा ने सभी कोयला भण्डारण अनुज्ञप्तिधारियों को अपने अनुज्ञप्ति क्षेत्र के बाहर अनुज्ञप्तिधारी का नाम, स्वीकृत अनुज्ञप्ति की अवधि, अनुज्ञप्ति क्षेत्र का रकबा, खनिज की मात्रा सम्बन्धी बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने कहा जिससे उनकी वैधता की जानकारी सभी को हो सके स उपसंचालक खनिज के द्वारा भंडारण क्षेत्र की बॉउंड्री ऊँची रखने, तौल कांटा तथा कंप्यूटर सिस्टम रखने की अनिवार्यता पर जोर दिया तथा आग से सुरक्षा का उपाय, मेडिकल किट रखना अनिवार्यता है यह भी बताया। कार्यशाला के दूसरे दिन दिनेश मिश्रा, उपसंचालक खनिज, आर पी वासुदेव, वैज्ञानिक क्षेत्रीय पर्यावरण मण्डल बिलासपुर, परिवहन विभाग, खनिज विभाग के अधिकारीयों तथा जिला के विभिन्न कोयला भंडारण अनुज्ञप्तिधारी उपस्थित थे। इस कार्यशाला उपस्थित सभी खनिज पत्तेधारियों तथा कोयला भंडारण अनुज्ञप्तिधारियों के द्वारा कलेक्टर बिलासपुर के जागरूकता हेतु कराये गए इस प्रयास की बहुत सराहना करते हुये उन्हें धन्यवाद दिया गया।