बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बीते दिनों एसीबी की रिश्वतखोर आरआई सन्तोष देवांगन पर कार्रवाई के मामले में आज प्रार्थी ने रिश्वत पर एसीबी की पूरी कहानी बताई। दरअसल आज बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान प्रार्थी प्रवीण कुमार तरुण ने अपनी ज़मीन को लेकर पूरी कहानी बताई।
जमीन को हड़पने की साजिश रचने लगा पार्षद – प्रवीण कुमार तरुण
प्रवीण कुमार तरुण ने बताया कि, 2021 में जूना बिलासपुर पटवारी हल्का के अन्तर्गत तोरवा क्षेत्र में उसकी जमीन है जिसमे गणेश नगर के पार्षद इब्राहिम खान (अब्दुल खान) की नियत खराब हो चुकी थी की नियत खराब हो चुकी थी।पक्षकार ने जानकारी देते हुए बताया कि, जमीन की बिक्री के संबंध में पार्षद अब्दुल ने उनसे संपर्क किया था लेकिन उनके मना करने के बाद से ही वार्ड पार्षद जमीन हड़पने की साजिश रचने लगा।
आरआई ने सीमांकन के लिए 3 लाख रुपए की थी डिमांड
इस दौरान उसने प्रार्थी के जमीन पर दीवार खड़ी करने की भी कोशिश की थी। विवाद बढ़ता देख प्रार्थी प्रवीण कुमार तरुण ने अपनी जमीन का सीमांकन कराकर उसे सुरक्षित करने का सोचा लेकिन भ्रष्टाचार के दलदल में लंबे समय तक फंसे रहने के बाद भी उसके जमीन का सीमांकन नहीं हो पा रहा था। बार-बार आवेदन अधिकारियों से मिलने के बाद भी जब सीमांकन नहीं हो पाया तो उसने आर जब सीमांकन नहीं हो पाया। तो उसने आरआई संतोष देवांगन से खुलकर पूछा कि, आखिर इसका काम क्यों नहीं हो पा रहा है। जिसके बाद रिश्वतखोर आरआई सीमांकन के बदले 3 लाख रुपए की डिमांड की 1 लाख रुपए सीमांकन के पहले देने के लिए आरआई ने प्रवीण कुमार तरुण से कहा, इसके बाद बाकी पैसे जमा करने की बात रिश्वतखोर आरआई ने कही थी। इसके बाद परेशान होकर शिक्षक प्रवीण कुमार तरुण ने एसीबी को शिकायत की इसके बाद एसीबी ने रिश्वतखोर आरआई सन्तोष देवांगन रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।