Saturday, April 19, 2025
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सरकारी अस्पताल के शराबी डॉक्टर के लापरवाही से 10 साल के बच्चे की गई जान… डॉक्टर ने इलाज से किया इनकार… दूसरे अस्पताल ले जाते समय बच्चे ने तोड़ा दम… वीडियो आया सामने…

कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से बड़ी खबर सामने आया है। जहां सरकारी अस्पताल के शराबी डॉक्टर की लापरवाही से 10 साल के बच्चे की जान चली गई। बताया जा रहा है कि नशे में धुत शराबी डॉक्टर ने बच्चे का इलाज करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद परिजन उसे लेकर दूसरे अस्पताल जा रहे थे। इसी बीच रास्ते में बच्चे की मौत हो गई। वीडियो सामने आने के बाद डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, कोयलीबेड़ा निवासी टिकेश पटेल के बेटे मयंक पटेल (10) के पेट में दर्द हो रहा था। जहां वह मंगलवार को बच्चे को स्थानीय सरकारी अस्पताल में लेकर गया। वहां ड्यूटी पर डॉक्टर शीतल दुग्गा शराब के नशे धुत थे। उन्होंने बच्चे का इलाज करने से इनकार कर दिया।

मरीज के परिजनों से गाली- गलौज करने लगा डॉक्टर

परिजनों ने डॉक्टर को काफी देर तक समझते रहे। लेकिन वह अपनी बातों पर अड़ा रहा। आरोप है कि उसने बच्चे के परिजनों से गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। वहीं कुछ लोगों ने डॉक्टर का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

अस्पताल से बाहर निकल कर सड़क पर जा बैठा

वीडियो में दिख रहा है कि परिजन डॉक्टर को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर वह कह रहा है कि मैं अकेला हूं। कितना काम करूं। जिससे शिकायत करनी हो कर दो। साथ ही गालियां दे रहा है। इस दौरान अस्पताल से बाहर निकल कर सड़क पर बैठ जाता है।

डॉक्टरों की कमी से सेवाएं प्रभावित

वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 डॉक्टर पदस्थ हैं। लेकिन कार्यरत सिर्फ एक MBBS डॉक्टर शीतल दुग्गा था। यहां पदस्थ डॉ. एके सम्भाकर अंतागढ़ में अटैच हैं। डॉ. दीपक साहू पीजी करके आने के बाद से EL पर चले गए हैं। और डॉ. मनोरंजन चारा पीजी करने गए हैं। शेष पद रिक्त हैं, जिससे यहां स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

जांच में नशे के हालत में पाया गया डॉक्टर

मामले में कांकेर CMHO अविनाश खरे ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। रात में फोन आया था, इसके बाद वीडियो भी भेजा गया था, जिसके बाद वह तत्काल कोयलीबेड़ा अस्पताल पहुंचे। जहां जांच में नशे की हालत में पाया गया, जिसके बाद तत्काल हटा दिया गया है। इसके साथ ही सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा रही है।

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कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से बड़ी खबर सामने आया है। जहां सरकारी अस्पताल के शराबी डॉक्टर की लापरवाही से 10 साल के बच्चे की जान चली गई। बताया जा रहा है कि नशे में धुत शराबी डॉक्टर ने बच्चे का इलाज करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद परिजन उसे लेकर दूसरे अस्पताल जा रहे थे। इसी बीच रास्ते में बच्चे की मौत हो गई। वीडियो सामने आने के बाद डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, कोयलीबेड़ा निवासी टिकेश पटेल के बेटे मयंक पटेल (10) के पेट में दर्द हो रहा था। जहां वह मंगलवार को बच्चे को स्थानीय सरकारी अस्पताल में लेकर गया। वहां ड्यूटी पर डॉक्टर शीतल दुग्गा शराब के नशे धुत थे। उन्होंने बच्चे का इलाज करने से इनकार कर दिया। मरीज के परिजनों से गाली- गलौज करने लगा डॉक्टर परिजनों ने डॉक्टर को काफी देर तक समझते रहे। लेकिन वह अपनी बातों पर अड़ा रहा। आरोप है कि उसने बच्चे के परिजनों से गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। वहीं कुछ लोगों ने डॉक्टर का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अस्पताल से बाहर निकल कर सड़क पर जा बैठा वीडियो में दिख रहा है कि परिजन डॉक्टर को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर वह कह रहा है कि मैं अकेला हूं। कितना काम करूं। जिससे शिकायत करनी हो कर दो। साथ ही गालियां दे रहा है। इस दौरान अस्पताल से बाहर निकल कर सड़क पर बैठ जाता है। डॉक्टरों की कमी से सेवाएं प्रभावित वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 डॉक्टर पदस्थ हैं। लेकिन कार्यरत सिर्फ एक MBBS डॉक्टर शीतल दुग्गा था। यहां पदस्थ डॉ. एके सम्भाकर अंतागढ़ में अटैच हैं। डॉ. दीपक साहू पीजी करके आने के बाद से EL पर चले गए हैं। और डॉ. मनोरंजन चारा पीजी करने गए हैं। शेष पद रिक्त हैं, जिससे यहां स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। जांच में नशे के हालत में पाया गया डॉक्टर मामले में कांकेर CMHO अविनाश खरे ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। रात में फोन आया था, इसके बाद वीडियो भी भेजा गया था, जिसके बाद वह तत्काल कोयलीबेड़ा अस्पताल पहुंचे। जहां जांच में नशे की हालत में पाया गया, जिसके बाद तत्काल हटा दिया गया है। इसके साथ ही सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा रही है।