बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पूछताछ के लिए कोतवाली थाने बुलाए गए एक अस्पताल के प्यून ने आत्महत्या कर ली। यह मामला गुरुचंद मंडल (30) का है, जो बलरामपुर जिला अस्पताल में प्यून के पद पर कार्यरत थे। उनकी पत्नी लगभग 20 दिनों से लापता थी, जिसकी शिकायत उन्होंने बलरामपुर कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी। पत्नी की गुमशुदगी के मामले में पुलिस कई बार गुरुचंद मंडल को पूछताछ के लिए थाने बुला चुकी थी।
बाथरूम में फांसी लगाकर किया आत्महत्या
गुरुवार को भी पुलिस ने उन्हें दोपहर 2 बजे थाने बुलाया था, लेकिन पूछताछ के दौरान थाने के बाथरूम में उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दुखद घटना के कारण इलाके में भारी तनाव उत्पन्न हो गया। अस्पताल के डॉक्टर्स और स्टाफ थाने पहुंचकर विरोध जताने लगे। आक्रोशित लोगों ने थाने के बाहर हंगामा किया और पथराव भी किया, जिससे पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचा।
लाठीचार्ज और आंसू गैस का किया उपयोग
स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का उपयोग किया। इस घटना ने जिले में असंतोष और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है, और लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। फिलहाल आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित करने कहा है- मंत्री नेताम
बलरामपुर में हंगामें को लेकर कृषिमंत्री रामविचार नेताम ने शांति बनाए रखने की अपील की है। मंत्री नेताम ने कहा कि, एसपी और कलेक्टर से बात कर बलरामपुर थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित करने कहा गया है। निष्पक्ष जांच होगी। मौत संदिग्ध है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह जो भी हो। लोग कानून व्यवस्था को हाथ में न लें। बलरामपुर मंत्री रामविचार नेताम का गृहक्षेत्र है।