Thursday, November 14, 2024
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कलेक्टर की सख्त कार्रवाई… स्कूल की गंदगी और शिक्षकों की लापरवाही पर गिरी गाज… प्राचार्य समेत पाँच निलंबित…

बिलासपुर। बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण ने जयरामनगर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी और हिंदी माध्यम स्कूल का औचक निरीक्षण में पहुंचे। इस निरीक्षण के दौरान उन्हें स्कूल परिसर में गंदगी और शिक्षकों की अनुपस्थिति जैसी गंभीर लापरवाहियाँ दिखाई दीं। इन अनियमितताओं को देखते हुए, कलेक्टर ने स्कूल की प्राचार्या एम. मोइत्रा सहित संकुल समन्वयक और पाँच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।

निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने पाया कि कुछ शिक्षकों ने उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर रखे थे, लेकिन वे स्कूल में मौजूद नहीं थे। इस पर कलेक्टर ने इसे गंभीर लापरवाही माना। इसके अतिरिक्त, शिक्षक मनोज तिवारी ने अपनी उपस्थिति पहले से ही अगले सोमवार तक दर्ज कर दी थी, जो उनके स्कूल में उपस्थित न होने के बावजूद गलत तरीके से की गई थी। इस तरह के फर्जीवाड़े पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी जाहिर की।

इन अनियमितताओं को देखते हुए कलेक्टर ने प्राचार्या एम. मोइत्रा, शिक्षक मनोज तिवारी, व्याख्याता उषा महानंद, प्रदीप कुमार राठौर, गणेश राम मिरी और संकुल समन्वयक को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्र का भी निरीक्षण किया, वहाँ की तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

इस कार्रवाई का उद्देश्य शैक्षणिक व्यवस्था को सही दिशा में ले जाना और विद्यालय परिसर में अनुशासन बनाए रखना है। कलेक्टर की इस सख्ती से जिले के शैक्षणिक संस्थानों में सुधार की संभावना जताई जा रही है।

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बिलासपुर। बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण ने जयरामनगर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी और हिंदी माध्यम स्कूल का औचक निरीक्षण में पहुंचे। इस निरीक्षण के दौरान उन्हें स्कूल परिसर में गंदगी और शिक्षकों की अनुपस्थिति जैसी गंभीर लापरवाहियाँ दिखाई दीं। इन अनियमितताओं को देखते हुए, कलेक्टर ने स्कूल की प्राचार्या एम. मोइत्रा सहित संकुल समन्वयक और पाँच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने पाया कि कुछ शिक्षकों ने उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर रखे थे, लेकिन वे स्कूल में मौजूद नहीं थे। इस पर कलेक्टर ने इसे गंभीर लापरवाही माना। इसके अतिरिक्त, शिक्षक मनोज तिवारी ने अपनी उपस्थिति पहले से ही अगले सोमवार तक दर्ज कर दी थी, जो उनके स्कूल में उपस्थित न होने के बावजूद गलत तरीके से की गई थी। इस तरह के फर्जीवाड़े पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी जाहिर की। इन अनियमितताओं को देखते हुए कलेक्टर ने प्राचार्या एम. मोइत्रा, शिक्षक मनोज तिवारी, व्याख्याता उषा महानंद, प्रदीप कुमार राठौर, गणेश राम मिरी और संकुल समन्वयक को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्र का भी निरीक्षण किया, वहाँ की तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस कार्रवाई का उद्देश्य शैक्षणिक व्यवस्था को सही दिशा में ले जाना और विद्यालय परिसर में अनुशासन बनाए रखना है। कलेक्टर की इस सख्ती से जिले के शैक्षणिक संस्थानों में सुधार की संभावना जताई जा रही है।