Friday, November 15, 2024
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निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष बने डॉ. रमन सिंह, बनने के बाद कही ये बात….

रायपुर। रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष निर्विरोध चुन लिये गये हैं। प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने उनके निर्विरोध निर्वाचित होने की सदन में घोषणा की। प्रोटेम स्पीकर के अनुरोध पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने उन्हें आसंदी तक पहुंचाया।

बाद में विष्णुदेव साय ने सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष पद पर रमन सिंह के चयन पर खुशी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि रमन सिंह का लंबा संसदीय अनुभव रहा है। वो मुख्यमंत्री, विधायक और अब विधानसभा अध्यक्ष के रूप में काम करेंगे। उनके अनुभव का लाभ सभी को मिलेगा। मख्यमंत्री ने विधानसभा में विपक्ष का भी आभार जताया, जिन्होंने संसदीय परंपरा का निर्वहन करते हुए सर्व सम्मिति से अध्यक्ष चुना।

वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि विपक्ष ने भी आपको अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि 15 साल आपने मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश की सेवा की है, अब विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर आप संसदीय परंपरा के उच्च मापदंड को स्थापित करेंगे। महंत ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आप जहां अभी बैठे हैं, वो मेरा अतीत है, मैं अभी जहां बैठा हूं, वो मेरा वर्तमान है..और अतीत का वर्तमान के प्रति सदैव सम्मान रहा है।

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रायपुर। रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष निर्विरोध चुन लिये गये हैं। प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने उनके निर्विरोध निर्वाचित होने की सदन में घोषणा की। प्रोटेम स्पीकर के अनुरोध पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने उन्हें आसंदी तक पहुंचाया। बाद में विष्णुदेव साय ने सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष पद पर रमन सिंह के चयन पर खुशी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि रमन सिंह का लंबा संसदीय अनुभव रहा है। वो मुख्यमंत्री, विधायक और अब विधानसभा अध्यक्ष के रूप में काम करेंगे। उनके अनुभव का लाभ सभी को मिलेगा। मख्यमंत्री ने विधानसभा में विपक्ष का भी आभार जताया, जिन्होंने संसदीय परंपरा का निर्वहन करते हुए सर्व सम्मिति से अध्यक्ष चुना। वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि विपक्ष ने भी आपको अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि 15 साल आपने मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश की सेवा की है, अब विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर आप संसदीय परंपरा के उच्च मापदंड को स्थापित करेंगे। महंत ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आप जहां अभी बैठे हैं, वो मेरा अतीत है, मैं अभी जहां बैठा हूं, वो मेरा वर्तमान है..और अतीत का वर्तमान के प्रति सदैव सम्मान रहा है।