दुर्ग। सोमवार सुबह 8 बजे ED की टीम चार गाड़ियों में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और AICC महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित घर पहुंची। उनके बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों समेत कुल 14 जगहों पर छापेमारी की गई।
10 घंटे चली जांच, नकदी और दस्तावेज जब्त
ED की टीम ने भूपेश बघेल के घर पर करीब 10 घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान 32-33 लाख रुपए नकद, महत्वपूर्ण दस्तावेज और मंतूराम केस की पेनड्राइव जब्त की गई।
नोट गिनने और सोना जांचने की मशीनें मंगवाई गईं
जांच के दौरान ED ने नकदी गिनने और सोने की शुद्धता जांचने के लिए विशेष मशीनें मंगवाईं। इसी बीच बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
ED की कार पर पथराव, पुलिस और कार्यकर्ताओं में झड़प
जांच के दौरान बाहर खड़े कुछ लोगों ने ED की कार पर पथराव किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भी झड़प हुई।
शराब घोटाले से जुड़े ठिकानों पर भी कार्रवाई
ED ने चैतन्य बघेल के करीबी लक्ष्मीनारायण बंसल और पप्पू बंसल के ठिकानों पर छापे मारे। इसके अलावा दुर्ग और भिलाई में अन्य कारोबारियों के यहां भी कार्रवाई की गई।
कांग्रेस का BJP और ED के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
ED की इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने इसे केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष को दबाने की साजिश बताया और मंगलवार को प्रदेशभर में भाजपा और ED के खिलाफ पुतला दहन करने का ऐलान किया।
भूपेश बघेल बोले – ‘अब सबको एकजुट होकर लड़ना होगा’
ED की कार्रवाई के बाद भूपेश बघेल ने अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया और उन्होंने कहा, “इस संकट की घड़ी में आप मजबूती से खड़े रहे। मैं हाथ जोड़कर आपका आभार व्यक्त करता हूं।”