रायपुर: महिला बीईओ से मारपीट का मामला, प्रधान पाठक गिरफ्तार/
अभनपुर में प्रधान पाठक और महिला बीईओ के बीच विवाद ने लिया हिंसक रूप/
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर के अभनपुर में ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (बीईओ) धनेश्वरी साहू और रसदा गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधान पाठक राजन बघेल के बीच विवाद का मामला मारपीट तक पहुंच गया। यह घटना बीईओ कार्यालय में हुई, जहां प्रधान पाठक ने महिला बीईओ पर हमला किया।
सीआर मार्किंग को लेकर शुरू हुआ विवाद
सूत्रों के अनुसार, प्रधान पाठक राजन बघेल अपने सर्विस बुक में सीआर (कैरेक्टर रोल) मार्किंग को लेकर बीईओ धनेश्वरी साहू से चर्चा करने कार्यालय पहुंचे थे। चर्चा के दौरान दोनों के बीच बहस बढ़ गई, जो बाद में हिंसक झड़प में बदल गई। प्रधान पाठक ने बीईओ के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
BEO ने लगाए गंभीर आरोप
बीईओ धनेश्वरी साहू ने अभनपुर थाने में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया कि प्रधान पाठक ने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधान पाठक ने उनका गला दबाने की कोशिश की। घटना के बाद कार्यालय के अन्य कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया।
प्रधान पाठक के खिलाफ FIR दर्ज, गिरफ्तारी
महिला बीईओ की शिकायत के आधार पर अभनपुर पुलिस ने प्रधान पाठक राजन बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज को भी सबूत के तौर पर शामिल किया गया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कार्यालय के भीतर प्रधान पाठक को महिला बीईओ के साथ दुर्व्यवहार करते हुए देखा जा सकता है। इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षकों के व्यवहार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन का बयान
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला प्रशासन ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसे अनुशासनहीनता का उदाहरण माना जा रहा है। शिक्षा विभाग ने भी मामले को लेकर जांच शुरू कर दी है।
शिक्षा विभाग में हलचल
इस घटना ने शिक्षा विभाग में हलचल मचा दी है। शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच अनुशासन बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। घटना के बाद प्रधान पाठक के व्यवहार को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस और प्रशासन मामले की जांच कर रहे हैं। उम्मीद है कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना महिला अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े करती है।