Friday, February 7, 2025
Homeअपराधलूट की झूठी कहानी, खुद ही निकला साजिशकर्ता! पैसों के लालच में...

लूट की झूठी कहानी, खुद ही निकला साजिशकर्ता! पैसों के लालच में खुद पर वार, मगर पुलिस के शिकंजे से नहीं बच पाया मुनीम….

मुंगेली: 6 लाख की लूट का हुआ पर्दाफाश, मुनीम ही निकला मास्टरमाइंड  

मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे विजय दाल मील के मुनीम शुभम सिंह ने 6 लाख रुपये की लूट की सूचना दी। घटना गर्ल्स स्कूल के पीछे पुल के पास हुई। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा और अनुविभागीय अधिकारी मयंक तिवारी ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। जिले में नाकेबंदी और साइबर सेल की टीम ने मामले को सुलझाने के लिए त्वरित कार्रवाई की।

सीसीटीवी फुटेज ने खोली साजिश की पोल

शहर के 25-30 स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में शुभम ठाकुर की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। तकनीकी साक्ष्य और बैंक से पैसे आहरण की जानकारी जुटाने के बाद, पूछताछ में खुलासा हुआ कि घटना का मास्टरमाइंड खुद शुभम ठाकुर था।

ऐसे हुआ योजना का खुलासा

शुभम ठाकुर ने अपने साथी महावीर सोनी के साथ मिलकर पूरी घटना को अंजाम दिया। पैसे से भरे बैग को रामगढ़ के पास एक खाली प्लॉट में ले जाकर महावीर ने बैग से पैसे निकाले। योजना के तहत शुभम ने अपने मोबाइल को तोड़कर घटनास्थल पर फेंक दिया। मिट्टी और ब्लेड से खुद को चोटिल दिखाने की कोशिश की ताकि लूट की घटना को असली बताया जा सके।

6 लाख रुपये बरामद

पुलिस ने विभिन्न तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी की मदद से आरोपियों को पकड़कर उनके पास से 6 लाख रुपये बरामद किए।

पुलिस टीम का सराहनीय कार्य

इस पूरे मामले में थाना सिटी कोतवाली मुंगेली और साइबर सेल की टीम का योगदान महत्वपूर्ण रहा। निरीक्षक गिरिजा शंकर यादव, नंदलाल पैकरा, प्र.आर. दयाल गावस्कर सहित कई अन्य अधिकारियों और जवानों ने मामले को सुलझाने में सराहनीय भूमिका निभाई।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी साक्ष्यों ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया। इस घटना ने दिखाया कि कानून के शिकंजे से बच पाना आसान नहीं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Posts

मुंगेली: 6 लाख की लूट का हुआ पर्दाफाश, मुनीम ही निकला मास्टरमाइंड   मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे विजय दाल मील के मुनीम शुभम सिंह ने 6 लाख रुपये की लूट की सूचना दी। घटना गर्ल्स स्कूल के पीछे पुल के पास हुई। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा और अनुविभागीय अधिकारी मयंक तिवारी ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। जिले में नाकेबंदी और साइबर सेल की टीम ने मामले को सुलझाने के लिए त्वरित कार्रवाई की। सीसीटीवी फुटेज ने खोली साजिश की पोल शहर के 25-30 स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में शुभम ठाकुर की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। तकनीकी साक्ष्य और बैंक से पैसे आहरण की जानकारी जुटाने के बाद, पूछताछ में खुलासा हुआ कि घटना का मास्टरमाइंड खुद शुभम ठाकुर था। ऐसे हुआ योजना का खुलासा शुभम ठाकुर ने अपने साथी महावीर सोनी के साथ मिलकर पूरी घटना को अंजाम दिया। पैसे से भरे बैग को रामगढ़ के पास एक खाली प्लॉट में ले जाकर महावीर ने बैग से पैसे निकाले। योजना के तहत शुभम ने अपने मोबाइल को तोड़कर घटनास्थल पर फेंक दिया। मिट्टी और ब्लेड से खुद को चोटिल दिखाने की कोशिश की ताकि लूट की घटना को असली बताया जा सके। 6 लाख रुपये बरामद पुलिस ने विभिन्न तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी की मदद से आरोपियों को पकड़कर उनके पास से 6 लाख रुपये बरामद किए। पुलिस टीम का सराहनीय कार्य इस पूरे मामले में थाना सिटी कोतवाली मुंगेली और साइबर सेल की टीम का योगदान महत्वपूर्ण रहा। निरीक्षक गिरिजा शंकर यादव, नंदलाल पैकरा, प्र.आर. दयाल गावस्कर सहित कई अन्य अधिकारियों और जवानों ने मामले को सुलझाने में सराहनीय भूमिका निभाई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी साक्ष्यों ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया। इस घटना ने दिखाया कि कानून के शिकंजे से बच पाना आसान नहीं।