सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक बड़ी खबर सामने आईं है। जहां 12वीं की छात्रा को किडनैप कर गैंगरेप किया गया है। वारदात में एक्स क्लासमेट के साथ 5 और आरोपी शामिल थे। जंगल में दुष्कर्म के बाद जमकर पिटाई किए, फिर बेहोश होने पर छात्रा को मृत समझकर आरोपी भाग निकले। जहां गैंगरैप का घटना हुआ वहीं पास में ही एक्स क्लासमेट कांता सिंह की लाश पेड़ में लटकते मिली है। मामला रामानुजनगर थाने का है।
आरोप है कि सूरजपुर पुलिस ने जिले में CM का कार्यक्रम बताकर FIR नहीं लिखी। इससे छात्रा को 2 दिन इलाज नहीं मिला। पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने IG अंकित गर्ग को फोन कर नाराजगी जताई। इसके बाद मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में छात्रा का इलाज शुरू हुआ। छात्रा की हालत गंभीर है।
छात्रा से था प्रेम संबंध
पुलिस के मुताबिक मृतक कांता सिंह का छात्रा से प्रेम संबंध करीब तीन वर्षों से था। छात्रा के पिता की ओर से कराई गई एफआईआर में इसका जिक्र है। रामानुजनगर प्रभारी राजेंद्र साहू ने बताया कि थाने में छात्रा ने गैंगरेप की जानकारी नहीं दी थी।
आखिर कैसे हुई गैंगरेप की ये वारदात ?
जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर जिले के श्रीनगर में एक गांव की 12वीं की छात्रा सहेलियों के साथ दशहरा कार्यक्रम में पहुंची थी। दशहरा मैदान में रावण दहन के बाद वह सांस्कृतिक कार्यक्रम देख रहे थे। इस दौरान 9वीं, 10वीं में क्लासमेट रहा युवक कांता सिंह मिला। दोनों में बातचीत हुई।
पानी पीने के बाद आई नींद
इस दौरान छात्रा ने कांता सिंह से पानी मांगा। कांता ने छात्रा को पानी की बोतल लाकर दी। बताया जा रहा है कि कांता सिंह ने पानी की बोतल में कुछ मिला दिया था। पानी पीने के बाद छात्रा को नींद आने लगी। छात्रा ने सहेलियों से घर चलने को कहा। इस बीच आरोपी कांता ने कहा कि वह उसे घर छोड़ देगा।
घर छोड़ने का झांसा देकर किया सामूहिक दुष्कर्म
रेप पीड़िता के परिजनों ने बताया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर छात्रा को बाइक पर बैठाकर गांव के बाहर जंगल तक ले गया। वहां उसके 5 और साथी पहुंच गए। सभी आरोपियों ने छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने छात्रा पर जानलेवा हमला किया। सांस नहीं चलने पर मृत समझकर छात्रा को मौके पर छोड़कर भाग निकले।
दूसरे दिन मिली छात्रा
परिजनों ने बताया कि छात्रा के घर नहीं लौटने पर उसकी खोजबीन में लगे थे। इसी दौरान रविवार सुबह छात्रा किसी तरह घिसटते हुए जंगल से बाहर आई। दिनभर परिजनों ने उसे घर पर रखा। होश आने पर सोमवार को परिजन ने रामानुजनगर पुलिस को घटना की सूचना दी। रामानुजनगर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी।
पुलिस ने लापरवाही के आरोपों को किया खारिज
सूरजपुर एडिशनल एसपी संतोष महतो के मुताबिक युवती के पिता की रिपोर्ट पर रामानुजगंज थाने में 13 अक्टूबर को कांता सिंह के खिलाफ रामानुजनगर थाने में मारपीट का अपराध दर्ज किया गया है। उस समय युवती के पिता या छात्रा ने जो जानकारी दी, उसके हिसाब से एफआईआर लिखी गई है। अंबिकापुर जाकर वे अगर गैंगरेप की जानकारी दे रहे हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी।
पुलिस रिपोर्ट नहीं होने कारण नहीं हुआ इलाज
परिजनों ने बताया कि छात्रा को लेकर श्रीगनर और उसके बाद सूरजपुर हॉस्पिटल पहुंचे। पुलिस रिपोर्ट नहीं होने के कारण अस्पतालों में उसका इलाज नहीं हुआ। इसके बाद परिजन मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर छात्रा को लेकर पहुंचे। यहां छात्रा को गंभीर चोट के बाद भी बिना MLC (मेडिको लीगल केस) इलाज नहीं हुआ।
कांग्रेसियों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग
इस मामले में कांग्रेस ने 7 सदस्यीय जांच समिति बनाई है। इसमें वरिष्ठ नेता बालकृष्ण पाठक को समिति के संयोजक बनाए गए हैं। कांग्रेसियों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। आरोपियों की तीन दिनों में गिरफ्तारी नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
टी एस सिंहदेव कहा – प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर
पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने साय सरकार पर निशाना साधा है। सिंहदेव ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत खराब हो गई है। सिंहदेव ने कहा कि दशहरा के दिन सूरजपुर में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हो जाती है और पुलिस एफआईआर नहीं करती। सूरजपुर में पुलिस परिवार के दो लोगों की विभत्स हत्या हो जाती और आरोपी फरार हो जाता है। तो कहीं पुलिस फेल साबित हो रही है। सरकार कहीं नज़र ही नहीं आ रही है।