बिलासपुर। शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बच्चे अपने भविष्य को बेहतर बनाकर समाज में बेहतर जीवन स्थापित कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके इस विषय को लेकर शहर में बीते दिन लिटिल चैंप कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें शामिल हुए अतिथि उन्हें बच्चों के भविष्य को किस तरह बेहतर बनाया जा सके इसका मंत्र दिया, वही बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई नृत्य को देखकर हर कोई मंत्र मुक्त हो गया। दरअसल फ्रेंड्स मीडिया द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के स्वास्थ्य शिक्षा और भविष्य को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया जहां सुबह बच्चों को एजुकेशन टूर पर तारामंडल ले जाया गया जहां बच्चों ने अंतरिक्ष की जानकारियों को सुना, इसके बाद उन्हें उद्यान में खेल खिलाने के बाद उन्हें सीएमडी चौक स्थित आईएमए हाल में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लाया गया जहां जुनेजा हॉस्पिटल से आएं डॉक्टरों की टीम द्वारा बच्चों का नेत्र परीक्षण किया गया इतना ही नहीं, श्री शाह न्यूरो अस्पताल के डायरेक्टर अभिषेक शाह द्वारा बच्चों का परीक्षण किया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी बच्चों को आईएमए के कांफ्रेंस हॉल में ले जाया गया।
कार्यक्रम में बच्चों और समाजसेवियों को संबोधित करते हुए सभी अतिथियों द्वारा बच्चों के भविष्य और ऐसे बच्चों के लिए सेवा की भावना रखकर काम करने की बात कही गई कार्यक्रम के दौरान बिलासपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने बच्चों और महिलाओं से संबंधित अपराधों की जागरूकता पर प्रकाश डाला गया। इतना ही नहीं गुड टच बेड टच की महत्वता बताते हुए हमेशा सतर्क रहने की जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर द्वारा दी गई।
कार्यक्रम में उपस्थित विजडम ट्री फाउंडेशन की फाउंडर पलक जायसवाल ने बच्चों के भविष्य और नित नए नवाचार के जरिए उन्हें आगे बढ़ाने के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दी.. सभा को संबोधित करते हुए पलक ने कहा कि, ईश्वर जब किसी व्यक्ति को विशेष शक्तियां प्रदान करता है तो वह समाज में आकर कुछ ना होते हुए भी समाज को बहुत कुछ देने की प्रतिभा रखते हैं जरूरी है तो सिर्फ उसे प्रतिभा को निखारने की समाज में ऐसी भी संस्थाएं लगातार काम कर रही हैं जो ईश्वर के विशेष आशीर्वाद से प्रदत्त इन बच्चों के भविष्य को बेहतर में लगी हुई है।
फिल ग्रुप के डायरेक्टर और समाजसेवी प्रवीण झा ने अपने उद्बोधन के जरिए मौजूद सभा को महत्वपूर्ण बातें बताते हुए कहा कि, समाज आज दिन प्रतिदिन प्रगति के रथ पर सवार होकर आगे बढ़ रहा है और हमें जरूरत है कि हम अपनों का हाथ ना छोड़े बल्कि उनका हौसला अफजाई करें, क्योंकि यह बच्चे हमसे बेहतर तरीके से सोचने और समझने की शक्ति रखते हैं, हमें जरूरत है तो सिर्फ इन पर ध्यान देकर इन्हें मोटिवेट करने की.. ताकि यह भी समझ में अपनी पूरी सहभागिता मानव हित में दे सके।
कार्यक्रम में आईसेक्ट के ग्लोबल डायरेक्टर गौरव शुक्ला ने बच्चों की शिक्षा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि, दिव्यांग बच्चे पूरी तरह सामान्य बच्चों की तरह ही होते हैं लेकिन उनको समझने के लिए हमें कोमल मन की आवश्यकता होती है, ईश्वर जब कुछ लेता है तो उसके बदले बहुत कुछ देता भी है ईश्वर के आशीर्वाद रूपी बच्चों के मन को टटोला जाए तो इसमें और बेहतर समाज की परिकल्पना को सुनिश्चित किया जा सकता है।
कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता देते हुए अटल विश्वविद्यालय के कुलपति अचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई ने बच्चों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, एक समय था जब विकलांग शब्द से सिहरन महसूस होती थी, लेकिन जब से विकलांग शब्द को हटाकर दिव्यांग शब्द का प्रयोग किया जाने लगा है एक बेहतर परिकल्पना और विश्वास मन में उत्पन्न होता है, कुलपति आचार्य वाजपेई ने कहा कि, आपका शरीर कितना दुर्बल है यह अधिक मायने नहीं रखता लेकिन आपका मन कितना बलवान है यह जरूरी है क्योंकि दृढ़ निश्चय और मजबूत मन के साथ बड़े से बड़े समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है।
कार्यक्रम में अतिथियों के महत्वपूर्ण आशीर्वाद वचन के बाद शहर के तमाम समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों को मंच पर मौजूद अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया.. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई, आइसेक्ट के ग्लोबल डायरेक्ट गौरव शुक्ला, फिल ग्रुप के डायरेक्टर प्रवीण झा, विजडम ट्री फाउंडेशन की फाउंडर पलक जायसवाल, बिलासपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप, पायल एक नया सवेरा की फाउंडर पायल लाठ, समाज सेवी चुन्नी मौर्य, समाज सेवी अमित चक्रवर्ती, अरपा अर्पण के महाभियान के श्याम सुंदर, हॉलीवुड के अभिनेता अखिलेश पांडे, बिलासपुर एनएसयूआई की टीम युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव भावेंद्र गंगोत्री समेत शहर के तमाम समाजसेवी संस्थाओं के अध्यक्ष व सदस्य मौजूद रहे।