बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस ने पिकअप से सागौन लकड़ियों का जखीरा बरामद किया है। पुलिस को देखकर तस्करी करने वाला चालक चकमा देकर भाग गया। वह 19 पेड़ों को काटकर बेचने निकला था। पुलिस ने सागौन की लकड़ी को जब्त कर वन विभाग को सौंप दिया है। लेकिन, इस तस्करी में वन विभाग के कर्मचारियों के भी मिलीभगत होने की आशंका है। मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है।
ट्रेनी आईपीएस और थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि बेलगहना पुलिस को जानकारी मिली थी कि बेलगहना और आसपास के जंगल से सागौन के पेड़ों को काटकर तस्करी की जा रही है। इस पर उन्होंने तस्करों की जानकारी जुटाई और मुखबिर लगाकर तस्कर को पकड़ने की योजना बनाई। इसके बाद बुधवार को घासीपुर के पास घेराबंदी कर सागौन लकड़ी तस्करी कर रहे पिकअप को रोक लिया।
पुलिस को देखकर चकमा देकर भाग निकला ड्राइवर
इस दौरान पिकअप लेकर आ रहे ड्राइवर पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पुलिस ने उसकी आसपास तलाश की। लेकिन, वो नहीं मिला और भागने में कामयाब हो गया। जिसके बाद घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई।
पिकअप की तलाशी में मिले सागौन के 19 पेड़
पुलिस और वन विभाग की टीम ने पिकअप की तलाशी ली, तब उसमें सागौन के 19 पेड़ों के लकड़ी मिले। वन विभाग ने इसे अपने कब्जे में लेकर तस्करों की जानकारी जुटा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि सागौन के पेड़ कहां से काटकर लाए गए थे।
वन कर्मियों की मिलीभगत से जंगल में सक्रिय है तस्कर
जिस तरीके से पुलिस ने बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ियां बरामद की है, इससे आशंका है कि बेलगहना और केंदा क्षेत्र के जंगल में बड़े पैमाने पर तस्कर सक्रिय हैं। वे वन कर्मियों की मिलीभगत से जंगल से इमारती और महंगी लकड़ियों को काटकर तस्करी कर रहे हैं। अब वन विभाग की टीम पिकअप मालिक के माध्यम से तस्करों की जानकारी जुटाएगी और आगे की जांच करेगी।