हादसे में युवक की दर्दनाक मौत, यातायात व्यवस्था पर फिर उठे सवाल/
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तखतपुर के बरेला बाईपास पर हुए दर्दनाक हादसे में मोटरसाइकिल और हाइवा की भीषण टक्कर में मोटरसाइकिल चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके पीछे बैठा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को तुरंत इलाज के लिए बिलासपुर सिम्स रेफर किया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, तखतपुर के नया मंडी निवासी नरेंद्र गोंड (25) अपने दोस्त राजा धुरी (23) के साथ मोटरसाइकिल से मुंगेली की ओर से लौट रहा था। बरेला बाईपास के पास सामने से आ रही हाइवा ने उनकी मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में नरेंद्र गोंड की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, राजा धुरी के चेहरे पर गंभीर चोटें आईं और उसे तुरंत 108 एंबुलेंस के माध्यम से तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद नरेंद्र को मृत घोषित कर दिया और गंभीर घायल राजा को बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
नरेंद्र गोंड अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी है और वह अपने डेढ़ साल के बेटे और माता-पिता का भरण-पोषण अकेले करता था। इस दुखद खबर से परिवार और पूरे गांव में शोक की लहर है।
यातायात व्यवस्था पर सवाल
बरेला बाईपास जैसे व्यस्त मार्गों पर यातायात व्यवस्था की लचर स्थिति फिर से उजागर हुई है। इस मार्ग पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग के कारण अक्सर हादसे होते हैं। स्थानीय लोग लंबे समय से इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर और यातायात संकेतकों की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं।
समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी
यह हादसा केवल एक व्यक्ति की मौत का मामला नहीं है, बल्कि यह प्रशासन और समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के सख्त पालन के बिना ऐसे हादसों पर काबू पाना मुश्किल है। प्रशासन को चाहिए कि बाईपास जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में यातायात नियंत्रण के उपाय करे और हाइवा जैसे भारी वाहनों पर निगरानी बढ़ाए।
नरेंद्र गोंड जैसे परिवारों के चिराग बुझने से पहले हमें चेतने की जरूरत है।