रायपुर के धरसीवां में सपेरे बनकर आए बदमाशों ने की लूट, महिला को किया बेहोश/
रायपुर। राजधानी रायपुर के धरसीवां इलाके के कपसदा गांव में एक अनोखा लूट का मामला सामने आया है। जहां दो अज्ञात बदमाशों ने सपेरे का रूप धारण कर एक महिला को पाउडर छिड़ककर बेहोश कर दिया और उसके घर में घुसकर सोने-चांदी के जेवरात समेत 48 हजार रुपए लूटकर फरार हो गए। यह घटना 11 नवंबर की सुबह लगभग 11 बजे की है।
महिला घर में अकेली थी
जानकारी के अनुसार, पीड़िता रमशीला साहू अपने घर पर अकेली थी। उनके पति, देवर और ससुर सभी काम के सिलसिले में सिलतरा गए हुए थे, जबकि उनकी सास और देवरानी खेतों में धान काटने गई थीं। इसी दौरान दो अज्ञात व्यक्ति उनके घर पहुंचे। दोनों ने काला शर्ट और लुंगी पहना हुआ था और एक आदमी के हाथ में सांप की टोकनी थी। उन्होंने खुद को सपेरा बताते हुए महिला से चावल मांगे।
लुटेरों ने महिला को किया पहले बेहोश
महिला ने जब चावल देने की कोशिश की, तो बदमाशों ने चावल नहीं लिया। इसके बाद दोनों परछी में खड़ी महिला के पास पहुंचे। एक बदमाश ने महिला के चेहरे पर पाउडर छिड़क दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ी। महिला के बेहोश होते ही बदमाशों ने उसके घर में घुसकर सोने-चांदी के जेवरात और 48 हजार रुपए लूट लिए और फरार हो गए।
धरसीवां थाने में शिकायत दर्ज
रमशीला साहू ने इस घटना की जानकारी बाद में धरसीवां थाने में दी और रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है और बदमाशों की तलाश जारी है। पीड़िता के मुताबिक, घर में लूट के बाद बदमाश आसानी से फरार हो गए, क्योंकि घर के आसपास किसी का ध्यान नहीं था।
नए तरीके से की गई लूट
यह मामला लूट के एक नए तरीके को उजागर करता है, जिसमें बदमाशों ने अपने आप को सपेरा बता कर महिला को धोखे में डाल दिया। पुलिस अब इस घटना से जुड़े अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है, ताकि लूट करने वाले बदमाशों को पकड़ा जा सके और इस तरह की घटनाओं से लोगों को बचाया जा सके।
पुलिस का दावा: जल्द ही आरोपियों की होगी गिरफ्तारी
धरसीवां थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना को गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी सहायता का इस्तेमाल कर अपराधियों को पकड़ने के प्रयास में जुटी हुई है।
समाज में बढ़ रही लूट की घटनाएं
यह घटना इस बात का संकेत है कि कुछ समय से समाज में लूट और ठगी की घटनाओं में तेजी आई है। पुलिस प्रशासन को इस दिशा में कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि लोग सुरक्षित महसूस करें और ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।