सूरजपुर। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों में यदि शिक्षक ही मर्यादा तार-तार करने लगे, तो समाज किस दिशा में जा रहा है यह सोचने का विषय बन जाता है. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में मिडिल स्कूल का ऐसा ही एक घिनौना मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है. इस स्कूल के हेडमास्टर छात्राओं से बैड टच करता था। छात्राओं की शिकायत पर कलेक्टर एस जयवर्धन ने जांच टीम बनाई, फिर रिपोर्ट आने पर एजुकेशन ज्वाइंट डायरेक्टर ने हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, एक मिडिल स्कूल की छात्राओं ने 24 मार्च को टोल फ्री नंबर-109 में शिकायत दर्ज कराई थी कि, स्कूल के हेड मास्टर मो. रउफ उन्हें बैड टच करते हैं। वे छात्राओं को बुलाकर उनके नाजुक अंगों को छूते हैं। इससे छात्राएं सहमी हुई हैं।
छात्राओं ने जांच टीम के सामने रखी अपनी आपबीती
सूरजपुर कलेक्टर एस जयवर्धन ने जांच के लिए टीम गठित की। जिसमें सूरजपुर एसडीएम शिवानी जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी भारती वर्मा और जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल शामिल थे। यह टीम मिडिल स्कूल पहुंचकर छात्राओं से बात की।
मिडिल स्कूल की 9 छात्राओं ने हेडमास्टर मो. रउफ पर बैड टच करने की जानकारी दी। छात्राओं ने बताया कि, हेडमास्टर उनके नाजुक अंगों को छूते हैं। करीब एक साल से वे हेड मास्टर के बैड टच से प्रताड़ित हैं। इनमें कक्षा 6वीं से 8वीं तक की छात्राएं शामिल हैं।
स्कूल की शिक्षिका से मिला टोल फ्री नंबर
छात्राओं ने बताया कि, स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जनशिक्षक ने किया था। जिसमें उन्होंने गुड टच और बैड टच की जानकारी दी थी। छात्राओं ने स्कूल की महिला शिक्षिका को हिम्मत कर हेडमास्टर की शिकायत की। शिक्षिका ने छात्राओं को टोल फ्री नंबर बताया, जिसमें छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई।
हेडमास्टर निलंबित, एफआईआर की तैयारी
सरगुजा जिले में एक स्कूल की जांच के बाद कार्रवाई तेज हो गई है। 24 मार्च को एसडीएम कार्यालय को सौंपी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर 25 मार्च को ज्वाइंट डायरेक्टर (शिक्षा) हेमंत उपाध्याय ने स्कूल के हेडमास्टर मो. रउफ को निलंबित कर दिया। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय बीईओ कार्यालय, प्रेमनगर निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।