Saturday, April 19, 2025
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व्यापार मेला में ट्रैफिक व्यवस्था चौपट… जाम में फंसे रहे लोग… एंबुलेंस भी फंसी रही…

बिलासपुर। बिलासपुर के सरकंडा के साइंस मैदान में लगे व्यापार मेला के दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई। सैकड़ों लोग व्यापार मेले में पहुंचने के लिए वाहन लेकर पहुंचे, जिससे प्रमुख सड़कों पर भारी जाम लग गया।

बता दें कि व्यापार मेला के दूसरे ही दिन, लोग घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। एंबुलेंस भी जाम के कारण काफी देर तक फंसी, जिससे एंबुलेंस को निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी

बाइक और कारों की जद्दोजहद 

सड़क पर बाइक और कारों की तादाद इतनी ज्यादा थी कि यात्री एक-दूसरे से कतराते रहे। कई बार वाहन चालकों के बीच हाथापाई की स्थिति भी बनी, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।

ट्रैफिक व्यवस्था के जिम्मेदार लापता

ट्रैफिक नियंत्रण के लिए जिम्मेदार अधिकारी भी मौके पर गायब रहे, जिससे जाम और बढ़ गया। नागरिकों ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए और ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की मांग की।

व्यापार मेला या ट्रैफिक मेला? 

व्यापार मेला तो चल रहा था, लेकिन ट्रैफिक की बदहाल स्थिति ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या यह व्यापार मेला था या फिर एक बड़ा ट्रैफिक मेला बन गया था।

मेला में नहीं हुआ सुधार तो लोगों में होगी नाराजगी?

चार दिन तक चलने वाले इस मेले के दौरान अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो शहरवासियों को और भी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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बिलासपुर। बिलासपुर के सरकंडा के साइंस मैदान में लगे व्यापार मेला के दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई। सैकड़ों लोग व्यापार मेले में पहुंचने के लिए वाहन लेकर पहुंचे, जिससे प्रमुख सड़कों पर भारी जाम लग गया। बता दें कि व्यापार मेला के दूसरे ही दिन, लोग घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। एंबुलेंस भी जाम के कारण काफी देर तक फंसी, जिससे एंबुलेंस को निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी बाइक और कारों की जद्दोजहद  सड़क पर बाइक और कारों की तादाद इतनी ज्यादा थी कि यात्री एक-दूसरे से कतराते रहे। कई बार वाहन चालकों के बीच हाथापाई की स्थिति भी बनी, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। ट्रैफिक व्यवस्था के जिम्मेदार लापता ट्रैफिक नियंत्रण के लिए जिम्मेदार अधिकारी भी मौके पर गायब रहे, जिससे जाम और बढ़ गया। नागरिकों ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए और ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की मांग की। व्यापार मेला या ट्रैफिक मेला?  व्यापार मेला तो चल रहा था, लेकिन ट्रैफिक की बदहाल स्थिति ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या यह व्यापार मेला था या फिर एक बड़ा ट्रैफिक मेला बन गया था। मेला में नहीं हुआ सुधार तो लोगों में होगी नाराजगी? चार दिन तक चलने वाले इस मेले के दौरान अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो शहरवासियों को और भी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।