बिलासपुर। बिलासपुर जिले के मस्तूरी के पचपेड़ी में 100 सीटर कन्या छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर सड़क जाम कर दिया है। इसके चलते बिलासपुर मस्तूरी बलौदाबाजार मार्ग में वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले शिकायत लेकर पहुंची छात्राओं को DEO (जिला शिक्षा अधिकारी) ने जेल भेजने की धमकी दी थी, जिसके बाद राज्य शासन ने DEO अभय जायसवाल को हटा दिया।
छात्राओं का आरोप: एक्सपायरी भोजन और नाश्ता दिया जाता है
छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल में उन्हें गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिसके कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उनकी प्रमुख मांगों में बेहतर खेल सामग्री, पोषणयुक्त भोजन, कम्प्यूटर और लाइब्रेरी की सुविधा शामिल हैं। छात्राओं ने यह भी शिकायत की है कि उन्हें एक्सपायरी भोजन और नाश्ता दिया जा रहा है.
सेहत पर पड़ रहा बुरा असर: स्टूडेंट्स
जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। इसके अलावा, छात्राओं ने बताया कि आरएसएम कंपनी के सौंदर्य प्रसाधन का उपयोग कराया जा रहा है, जो गुणवत्ता में खराब है। छात्राओं की मांग है कि उन्हें अच्छी कंपनियों का सामान मिले और मेन्यू के अनुसार भोजन प्रदान किया जाए।
तहसीदार ने स्टूडेंट्स जेल भेजने दी धमकी
इस दौरान छात्राओं के चक्काजाम करने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार माया अंचल लहरे वहां पहुंच गईं। उन्होंने पहले छात्राओं की समस्याएं सुनी। फिर उन्हें चक्काजाम खत्म करने को लेकर समझाइश देने लगीं। लेकिन, छात्राएं उनके सामने जमकर नारेबाजी करने लगीं, जिससे वो नाराज हो गईं और स्टूडेंट्स को जेल भेजने की धमकी देने लगीं।