Friday, November 15, 2024
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VIDEO: कौन खा रहा गरीबों का चावल… चोरी करने के पीछे क्या है राज…. किसके कहने पर हो रही सरकारी राशन की चोरी… क्या यह मामला भी जायेगा ठंडे बस्ते में….

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गरीबों को मिलने वाले चावल की चोरी का एक वीडियो सामने आया है। जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दो परिवहन वाहन से चावल चोरी कर रहे है। जो वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है। इस घटना ने जिले में खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वीडियो सकरी बेलमुंडी के पास की बताई जा रही है।

नुकीली पाइप से की जा रही चोरी

गरीबों को मिलने वाली चावल की इस तरह से चोरी के वीडियो सामने आने के बाद सभी हैरान है। जो वीडियो में स्पष्ट रूप से देख रहा है कि किस प्रकार से एक नुकीली पाइप से बोरी से PDS के चावल को परिवहन वाहन से चोरी किया जा रहा है।

वजन नहीं करवाते तो राशन वितरण में आती हैं शोर्तज

इस तरह की चोरी पर निगरानी नहीं होने से इसका खामियाजा राशन दुकान सचालकों को भुगतना पड़ता है। क्योंकि इस तरह से चोरी होने के बाद जब दुकान सचालकों तक चावल पहुंचता है। और अगर वे वजन नहीं करवाते तो राशन वितरण में जो शोर्तज आती है। उसकी वसूली शासन राशन दुकान सचालकों से ही करती है।

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गरीबों को मिलने वाले चावल की चोरी का एक वीडियो सामने आया है। जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दो परिवहन वाहन से चावल चोरी कर रहे है। जो वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है। इस घटना ने जिले में खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वीडियो सकरी बेलमुंडी के पास की बताई जा रही है। नुकीली पाइप से की जा रही चोरी गरीबों को मिलने वाली चावल की इस तरह से चोरी के वीडियो सामने आने के बाद सभी हैरान है। जो वीडियो में स्पष्ट रूप से देख रहा है कि किस प्रकार से एक नुकीली पाइप से बोरी से PDS के चावल को परिवहन वाहन से चोरी किया जा रहा है। वजन नहीं करवाते तो राशन वितरण में आती हैं शोर्तज इस तरह की चोरी पर निगरानी नहीं होने से इसका खामियाजा राशन दुकान सचालकों को भुगतना पड़ता है। क्योंकि इस तरह से चोरी होने के बाद जब दुकान सचालकों तक चावल पहुंचता है। और अगर वे वजन नहीं करवाते तो राशन वितरण में जो शोर्तज आती है। उसकी वसूली शासन राशन दुकान सचालकों से ही करती है।