Friday, February 7, 2025
Homeअन्य खबरेग्रामीण बोले- मंत्री के गांव में राशन का हाल ये, तो बाकी...

ग्रामीण बोले- मंत्री के गांव में राशन का हाल ये, तो बाकी जगह क्या होगा? महीने में 26 दिन खुलने वाला राशन दुकान अक्सर बंद…

नारायणपुर: फरसगुड़ा में राशन वितरण की लापरवाही, ग्रामीण परेशान/

राशन दुकान बंद रहने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी/

जगदलपुर। नारायणपुर जिले के फरसगुड़ा गांव में राशन वितरण में लापरवाही का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का कहना है कि तय 26 दिन राशन दुकान खुलने के बजाय यह अक्सर बंद रहती है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं साझा की हैं।

ग्रामीणों का आरोप: समय पर नहीं मिलता राशन

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि राशन वितरण महीने की पहली तारीख से शुरू होने के बजाय कई बार 10-12 दिन बाद शुरू होता है। इस बार 22 तारीख तक भी दुकान बंद होने के कारण उन्हें उनका हक का राशन नहीं मिल पाया है। इससे ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, और पूरा गांव समय पर राशन न मिलने से प्रभावित है।

पूर्व विधायक ने साधा निशाना

पूर्व विधायक चंदन कश्यप ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा, “कैबिनेट मंत्री के गृह ग्राम में ऐसी स्थिति है, तो अन्य क्षेत्रों का क्या हाल होगा?” उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासनिक कार्यशैली पर उठे सवाल

राशन वितरण में इस लापरवाही ने प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है, और वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा रहे हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Posts

नारायणपुर: फरसगुड़ा में राशन वितरण की लापरवाही, ग्रामीण परेशान/ राशन दुकान बंद रहने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी/ जगदलपुर। नारायणपुर जिले के फरसगुड़ा गांव में राशन वितरण में लापरवाही का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का कहना है कि तय 26 दिन राशन दुकान खुलने के बजाय यह अक्सर बंद रहती है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं साझा की हैं। ग्रामीणों का आरोप: समय पर नहीं मिलता राशन ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि राशन वितरण महीने की पहली तारीख से शुरू होने के बजाय कई बार 10-12 दिन बाद शुरू होता है। इस बार 22 तारीख तक भी दुकान बंद होने के कारण उन्हें उनका हक का राशन नहीं मिल पाया है। इससे ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, और पूरा गांव समय पर राशन न मिलने से प्रभावित है। पूर्व विधायक ने साधा निशाना पूर्व विधायक चंदन कश्यप ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा, "कैबिनेट मंत्री के गृह ग्राम में ऐसी स्थिति है, तो अन्य क्षेत्रों का क्या हाल होगा?" उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। प्रशासनिक कार्यशैली पर उठे सवाल राशन वितरण में इस लापरवाही ने प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है, और वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा रहे हैं।