Saturday, November 23, 2024
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कौन है असली दोस्त?… KTM बाइक के लिए दोस्त ने दोस्त की ली जान… क्रब से शव निकलने पर हुआ खुलासा…

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक युवक की हत्या की shocking घटना सामने आई है, जिसमें उसके ही तीन दोस्तों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतारा। यह मामला तमनार थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने 15 अक्टूबर से लापता 19 वर्षीय टिकेश्वर लोधा का शव 20 अक्टूबर को ग्राम बांजीखोल के केंदाडोंगरी पहाड़ से बरामद किया।

जानिए क्या है पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार, नरेंद्र उर्फ बोनु सारथी निवासी कंचनपुर और मृतक टिकेश्वर लोधा पिता श्यामलल उम्र 19 वर्ष निवासी नयारामपुर (बिछीनारा) के बीच कुछ दिन पूर्व पहचान हुई। इसी बीच मृतक अपनी बाइक से नरेंद्र के घर गया। जहां से दोनों गांजा और नशीली दवाई खाकर सराईडिपा की ओर घूमने के लिए गए।

 बाइक के लिए हुई हत्या
                   बाइक के लिए हुई हत्या

दोनों सराईडिपा पहुंच कर सड़क से गुजर रहे थे, तभी विजय चौहान और नाबालिक छत पर गांजा पी रहे थे। विजय चौहान और नरेंद्र के बीच पुरानी पहचान होने के कारण विजय ने नरेंद्र को आवाज लगाई। जिसके बाद मृतक और तीनों लड़के छत पर आ मिले। जिसके बाद सभी गांजा पीकर मिलुपारा-बांजिखोल की ओर घूमने निकल गए। जहां मृतक को ज्यादा नशा होने के कारण वह सड़क किनारे घास में लेट गया।

हत्या की जांच और खुलासा

एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के अनुसार, शव की पहचान होने में कठिनाई के कारण इसे दफनाया गया था। परिजनों ने तस्वीरों के माध्यम से पहचान की। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि टिकेश्वर को आखिरी बार कंचनपुर निवासी नरेंद्र उर्फ बोनू के साथ देखा गया था।

दोस्तों के साथ घूमने निकला था टिकेश्वर

पुलिस की जांच में पता चला कि टिकेश्वर 16 अक्टूबर को KTM बाइक लेकर घूमने निकला था, जिसमें उसके साथ नरेंद्र, सराईडीपा निवासी विजय चौहान और एक नाबालिग दोस्त शामिल थे। जब पुलिस ने विजय और नाबालिग को पकड़ा, तो उन्होंने हत्या का रहस्य खोल दिया।

15 अक्टूबर से लापता था मृतक टिकेश्वर
15 अक्टूबर से लापता था मृतक टिकेश्वर

नशे में बाइक लूटने की बनाई थी योजना

पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, चारों दोस्तों ने शराब के नशे में टिकेश्वर से बाइक छीनने की योजना बनाई थी। वे रोडोपाली होते हुए बांजीखोल जंगल गए, जहां टिकेश्वर लेट गया। इसी दौरान, नरेंद्र ने कहा कि उनके पास कोई बाइक नहीं है और तीनों ने मिलकर उसे लूटने का सोचा।

घातक हमला और हत्या

जब टिकेश्वर लेटा, तो विजय ने लकड़ी के डंडे से उसके सिर पर वार करना शुरू किया। इसके बाद नरेंद्र ने चाकू से उसके गले पर हमला किया, जबकि नाबालिग ने पत्थर और लात-घूंसों से उसकी पिटाई की। इस घातक हमले से टिकेश्वर की मौत हो गई।

आरोपी गिरफ्तार

25 अक्टूबर को, पुलिस ने नरेंद्र को तराईमाल इलाके से गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है, और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने की प्रक्रिया जारी है। यह घटना दोस्ती के नाम पर धोखे और विश्वासघात की एक गंभीर मिसाल पेश करती है।

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 बाइक के लिए हुई हत्या
                   बाइक के लिए हुई हत्या
दोनों सराईडिपा पहुंच कर सड़क से गुजर रहे थे, तभी विजय चौहान और नाबालिक छत पर गांजा पी रहे थे। विजय चौहान और नरेंद्र के बीच पुरानी पहचान होने के कारण विजय ने नरेंद्र को आवाज लगाई। जिसके बाद मृतक और तीनों लड़के छत पर आ मिले। जिसके बाद सभी गांजा पीकर मिलुपारा-बांजिखोल की ओर घूमने निकल गए। जहां मृतक को ज्यादा नशा होने के कारण वह सड़क किनारे घास में लेट गया। हत्या की जांच और खुलासा एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के अनुसार, शव की पहचान होने में कठिनाई के कारण इसे दफनाया गया था। परिजनों ने तस्वीरों के माध्यम से पहचान की। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि टिकेश्वर को आखिरी बार कंचनपुर निवासी नरेंद्र उर्फ बोनू के साथ देखा गया था। दोस्तों के साथ घूमने निकला था टिकेश्वर पुलिस की जांच में पता चला कि टिकेश्वर 16 अक्टूबर को KTM बाइक लेकर घूमने निकला था, जिसमें उसके साथ नरेंद्र, सराईडीपा निवासी विजय चौहान और एक नाबालिग दोस्त शामिल थे। जब पुलिस ने विजय और नाबालिग को पकड़ा, तो उन्होंने हत्या का रहस्य खोल दिया।
15 अक्टूबर से लापता था मृतक टिकेश्वर
15 अक्टूबर से लापता था मृतक टिकेश्वर
नशे में बाइक लूटने की बनाई थी योजना पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, चारों दोस्तों ने शराब के नशे में टिकेश्वर से बाइक छीनने की योजना बनाई थी। वे रोडोपाली होते हुए बांजीखोल जंगल गए, जहां टिकेश्वर लेट गया। इसी दौरान, नरेंद्र ने कहा कि उनके पास कोई बाइक नहीं है और तीनों ने मिलकर उसे लूटने का सोचा। घातक हमला और हत्या जब टिकेश्वर लेटा, तो विजय ने लकड़ी के डंडे से उसके सिर पर वार करना शुरू किया। इसके बाद नरेंद्र ने चाकू से उसके गले पर हमला किया, जबकि नाबालिग ने पत्थर और लात-घूंसों से उसकी पिटाई की। इस घातक हमले से टिकेश्वर की मौत हो गई। आरोपी गिरफ्तार 25 अक्टूबर को, पुलिस ने नरेंद्र को तराईमाल इलाके से गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है, और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने की प्रक्रिया जारी है। यह घटना दोस्ती के नाम पर धोखे और विश्वासघात की एक गंभीर मिसाल पेश करती है।