Friday, November 15, 2024
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पत्नी ने तोड़ी परंपरा… पति की चिता को खुद दी मुखाग्नि… चचेरे भाई ने अंतिम संस्कार के बदले मांगे एक लाख… देखने वालों की आंखों से छलके आंसू… देखिए वीडियो

कोरिया: पत्नी ने निभाया फर्ज, चचेरे भाई की मांग पूरी न होने पर खुद दी पति को मुखाग्नि/पति की मौत के बाद अंतिम संस्कार में महिलाओं के लिए बनी मिसाल…

कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक महिला ने परंपराओं को तोड़ते हुए अपने पति के अंतिम संस्कार की सभी रस्में खुद पूरी कीं। मामला पटना तहसील के करजी गांव का है, जहां श्यामपति नाम की महिला ने अपने पति कतवारी लाल की चिता को मुखाग्नि दी।

भाई ने अंतिम संस्कार के बदले मांगे एक लाख या जमीन

कतवारी लाल की मौत के बाद उनके चचेरे भाई संतलाल ने अंतिम संस्कार के लिए एक लाख रुपए या 5 डिसमिल जमीन की मांग रखी। श्यामपति ने 15 हजार रुपए देने का प्रस्ताव रखा, परंतु संतलाल नहीं माना। जमीन देने पर श्यामपति के पास आजीविका का कोई साधन नहीं बचता, इसलिए उसने खुद अंतिम संस्कार का निर्णय लिया।

मुंह के कैंसर से हुई मौत

कतवारी लाल, जो पिछले दो साल से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे, का इलाज करने के लिए पत्नी श्यामपति ने अपनी कुछ पैतृक संपत्ति भी बेची। बावजूद इसके, वह उन्हें बचा नहीं सकी और सोमवार को उनकी मौत हो गई।

बिना संतान के, पत्नी ने दी मुखाग्नि

कतवारी लाल और श्यामपति की 25 साल पहले शादी हुई थी, परंतु उनकी कोई संतान नहीं थी। ऐसे में परंपराओं के अनुसार मुखाग्नि देने के लिए भाई को बुलाया गया, लेकिन उसने अपनी शर्तें रख दीं। मजबूर होकर श्यामपति ने खुद ही अंतिम संस्कार की सभी रस्में निभाईं।

प्रेरणा बनी श्यामपति, पहली बार ऐसा दृश्य

करजी गांव के पूर्व उप सरपंच चैतमणी दास वैष्णव ने बताया कि इस क्षेत्र में यह पहला मामला है, जहां पत्नी ने अपने पति की चिता को मुखाग्नि दी। इस घटना ने परंपराओं को चुनौती देते हुए अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का काम किया है।

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